
मेला अधिकारीयों सहित कई आला अधिकारी मौके पर पहुंचे , घटनास्थल पर भारी फोर्स तैनात
प्रयागराज, (PRIME INDIAN NEWS) :- महाकुंभ के 17वें दिन बुधवार को महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान से पहले भगदड़ मचने से 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई व 50 से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए। सभी घायलों को मेला क्षेत्र के केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भगदड़ की सूचना मिलने पर मेला अधिकारीयों सहित कई आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। घटनास्थल पर भारी फोर्स तैनात कर दी गई है।
बुधवार तक 4 करोड़ 24 लाख लोग अब तक संगम में स्नान कर चुके हैं। मौनी अमावस्या पर दूसरे अमृत स्नान के लिए त्रिवेणी संगम पर छोटी-छोटी टोलियों के साथ संतों का आना जारी है। आज तक पवित्र स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की कुल संख्या 20 करोड़ को पार कर गई है।
उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ ने लोगों से संयम बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा-श्रद्धालु संगम पर ही स्नान करने की न सोचें। गंगा हर जगह पवित्र है, वे जहां हैं उसी तट पर स्नान करें।
घटना के बाद PM मोदी ने योगी से फोन पर बात की और घटना की जानकारी ली। अब अधिकारी हेलिकॉप्टर से महाकुंभ की निगरानी कर रहे हैं।
जूना अखाड़े के नागा साधु अमृत स्नान के लिए जत्थे के रूप में निकलेंगे। इसके साथ ही अखाड़े के साधु-संतों और महामंडलेश्वर ने अपने-अपने रथों को लौटा दिया है। वे अब सांकेतिक स्नान के लिए अपने इष्टदेव के साथ संगम जाएंगे।
संगम नोज पर एंट्री और एग्जिट के रास्ते अलग-अलग नहीं थे। इस दौरान लोग जिस रास्ते से आ रहे थे, उसी रास्ते से वापस जा रहे थे। ऐसे में जब भगदड़ मची तो लोगों को भागने का मौका नहीं मिला। वे एक-दूसरे के ऊपर गिरते गए। साथ ही अमृत स्नान की वजह से ज्यादातर पांटून पुल बंद थे। इसके कारण संगम पर पहुंचने वाली करोड़ों की भीड़ इकट्ठा होती चली गई। जिससे बैरिकेड्स में फंसकर कुछ लोग गिर गए। यह देख भगदड़ फैलने की अफवाह मच गई।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा-प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ की घटना अत्यंत दुखद है। मैं घायल श्रद्धालुओं के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करती हूं और ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि सभी घायल श्रद्धालु शीघ्र स्वस्थ हों। इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा- प्रयागराज महाकुंभ में हुआ हादसा अत्यंत दुखद है। इसमें जिन श्रद्धालुओं ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा हुआ है।
बता दें कि महाकुंभ दुनिया के सबसे बड़े और सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक समागमों में से एक है। यह हर 12 साल में भारत के चार स्थानों में से एक पर आयोजित किया जाता है। महाकुंभ मेला 13 जनवरी को शुरू हुआ है जोकि 26 फरवरी तक चलेगा।





























