
जालंधर, एच एस चावला। नशा मुक्त समाज के प्रति प्रतिबद्धता का एक मजबूत प्रदर्शन करते हुए, विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के एनसीसी कैडेटों ने एनसीसी ग्रुप मुख्यालय, जालंधर के नेतृत्व में नशे की लत के खिलाफ जागरूकता रैली में भाग लिया। रैली का उद्देश्य युवाओं और आम जनता को नशीली दवाओं के खतरों के बारे में शिक्षित करना तथा स्वस्थ, नशा मुक्त जीवनशैली को बढ़ावा देना था। रैली लायलपुर खालसा कॉलेज से शुरू हुई और 2 किलोमीटर का सफर तय करते हुए नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खतरों के बारे में जागरूकता फैलाते हुए पुनः कॉलेज परिसर में समाप्त हुई। इस कार्यक्रम में एनसीसी कैडेटों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिन्होंने नशीली दवाओं के दुरुपयोग के दुष्प्रभावों पर जोर देते हुए बैनर, तख्तियां और नारे लगाए।

ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर अजय तिवारी सेना मेडल ने इस कार्य के प्रति कैडेटों के उत्साह और समर्पण की सराहना की। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा, “यह महज एक रैली नहीं है; यह समाज के लिए एक संदेश है कि युवाओं को नशे की बुराई के खिलाफ खड़ा होना चाहिए। आज इन कैडेटों द्वारा दिखाया गया अनुशासन और एकता एक स्वस्थ, नशा मुक्त राष्ट्र के निर्माण में सामूहिक कार्रवाई की शक्ति को दर्शाता है।”

बिग्रेडियर तिवारी ने कैडेटों से नशा मुक्त समाज के आदर्श एवं राजदूत बनने का आग्रह किया। रैली में लगभग 1000 कैडेट शामिल थे। यह रैली एनसीसी ग्रुप मुख्यालय, जालंधर द्वारा शुरू की गई पहलों की श्रृंखला का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य कैडेटों में सामाजिक जिम्मेदारी और नेतृत्व को बढ़ावा देना है। एनसीसी अनुशासित, जिम्मेदार और जागरूक नागरिक तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है जो समाज में सकारात्मक योगदान दें। कैडेटों ने नागरिकों को नशीले पदार्थों से दूर रहने और सकारात्मक जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया।
इस कार्यक्रम ने जिम्मेदार नागरिक बनाने में एनसीसी की भूमिका को और मजबूत किया तथा नशीली दवाओं के दुरुपयोग से निपटने के लिए ठोस प्रयास की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यक्रम का समापन सभी प्रतिभागियों द्वारा नशीली दवाओं से दूर रहने तथा अपने साथियों को भी नशीली दवाओं के दुरुपयोग से सक्रिय रूप से हतोत्साहित करने की शपथ के साथ हुआ।





























