
कहा – युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में ले जाने की जरूरत , युवाओं के बढिया भविष्य के लिए जीवन में कड़ी मेहनत करने के लिए किया प्रेरित
जालंधर, एच एस चावला। डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल ने युवाओं को देश और राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में सक्रिय भागीदार बनाने के लिए उनकी ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में लगाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। डिप्टी कमिश्नर ने डा. बी.आर. अंबेडकर नैशनल इंस्टीच्यूट आफ टैक्नालाजी में ‘उत्कांश 2024’ समागम का उद्घाटन किया।

इस दौरान डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि युवाओं की असीम ऊर्जा का उपयोग देश की भलाई के लिए करने की जरूरत है, जिसके लिए ऐसे युवा मेले महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है। श्री सारंगल ने आगे कहा कि इस तरह के सांस्कृतिक समागम युवाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संगीत, नृत्य, थिएटर और अन्य क्षेत्रों में विभिन्न गतिविधियों के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। उन्होंने कहा कि मेहनती पंजाबी युवा लंबे समय से अपने उद्यम, कौशल और बुद्धिमत्ता के लिए दुनिया भर में जाने जाते है। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि पंजाबी युवाओं ने न केवल अपने राज्य और देश में बल्कि विश्व स्तर पर भी सामाजिक आर्थिक विकास में बहुत योगदान दिया है। उन्होंने छात्रों को बढिया भविष्य के लिए जीवन के इस चरण में कड़ी मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित किया ताकि वे अपनी सफलता से अपने माता-पिता और राज्य को गौरवान्वित कर सकें।
एन.आई.टी.के डायरैक्टर प्रोफेसर बिनोद कुमार कनौजिया ने इस वार्षिक आयोजन की डिप्टी कमिश्नर को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ‘उत्कांश’ एन.आई.टी. जालंधर में एक वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव होता है, जिसे उत्तर भारत के सर्वश्रेष्ठ सांस्कृतिक कार्यक्रमों में से एक माना जाता है। यह कार्यक्रम संगीत, नृत्य, नाटक, हास्य आदि का मिश्रण है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में रॉक बैंड प्रदर्शन, फैशन शो, बीडीएम नाइट्स और रात में स्टार नाइट्स के अलावा दिन के दौरान ललित कला प्रदर्शनियां, फोटोग्राफी प्रदर्शनी, भांगड़ा, नृत्य प्रतियोगिताएं, संगीत प्रतियोगिताएं, डिबेट, नाटकीय प्रदर्शन और बहुत प्रोग्राम शामिल है।

इस मौके पर अन्य लोगों के अलावा डीन प्रो. सुभाष चंद्रा, डीन प्रो. अनीश सचदेवा, प्रो. एस. बाजपेयी, डा. गौरव टंडन और सौरव गुप्ता भी मौजूद रहे। इससे पहले एन.आई.टी जालंधर के सभी पदाधिकारियों ने कैंपस में पहुंचने पर डिप्टी कमिश्नर का स्वागत किया।





























