
जालंधर, एच एस चावला। एनसीसी ग्रुप जालन्धर के सीनियर डिवीजन के एनसीसी कैडेट तोपखाना रेजिमेन्ट के साथ 12 दिनों की सैन्य ट्रेनिंग जालन्धर कैन्ट में ले रहे हैं। कैडेट एक सैनिक की दिनचर्या और जिम्मेदारियों को सीख रहे हैं। कैडेटों ने सिक्ख लाईट इन्फैन्ट्री बटालियन का दौरा किया और उनके घातक हथियारों को जाना और मारक क्षमता को समझा । तोपखाना रेजिमेन्ट की विभिन्न तोपों को देखा और उसकी 30-35 किलोमीटर मारक क्षमता को विस्तृत रूप से समझा।

कैडेटों ने एविएशन रेजिमेन्ट में चेतक, चीता और ध्रुव हेलिकाप्टर को देखा और रेकी, मेडिकल और आकाश से दुरस्त क्षेत्रों में युद्ध और आपदा प्रबन्धन की सैन्य जिम्मेदारियों को समझा | कैडेटों ने इन्जीनियर रेजिमेन्ट में विभिन्न माईन, अवरोधक उपकरणों और सैपर की युद्ध और आपदा प्रबन्धन में बड़ी जिम्मेदारियों के बारे में सीखा। कैडेटों ने आधुनिक सैन्य हथियारों को खोलना जोड़ना और शिस्त लेने के तरीके भी सीखे।
कैडेटों के साथ तैनात लेफ्टीनेंट (डा) करनवीर सिंह लायलपुर खालसा कालेज ने बताया यह कैम्प बहुत ही रोमांचकारी और सैन्य सूचनाओं से भरा है आधुनिक थलसेना को हमने नजदीक से जाना है सभी एनसीसी कैडेट आगामी महीनों में थलसेना में कमीशन लेने के लिये बहुत उत्सुक हैं। कैडेटों ने विभिन्न रेजिमेन्टों के इतिहास उनके संगठन, कार्यप्रणाली और टीम भावना को सीखा। कैडेटों ने सर्व धर्म स्थल में प्रार्थना की और धर्म से ऊपर राष्ट्र की शिक्षा को आत्मसात किया।

कैडेटों ने बताया हमें यहाँ बहुत कुछ सीखने को मिला। व्यक्ति समाज से ऊपर राष्ट्र सर्वोपरि हैं यह हरेक नागरिक को भारतीय सेना से सीखना चाहिये ।कर्नल विनोद जोशी कमान अधिकारी 2 पंजाब एनसीसी बटालियन ने बताया एनसीसी प्रतिवर्ष सतरह प्रकार के कैम्प राष्ट्र में आयोजित करता हैं और सैन्य रेजिमेन्टों के साथ कैम्प सबसे रोमांचक, कौतूहल से भरा और राष्ट्रप्रेम से ओतप्रोत करने वाला कैम्प होता है।
लेफ्टीनेंट (डा) करनवीर सिंह और हवलदार अजय कुमार कैडेटों के साथ और रेजीमेंटों के बीच समन्वय के लिए तैनात किये गए हैं। कैडेटों ने बताया बेहतरीन खान पान और सैन्य ट्रेनिंग के लिए तोपखाना रेजिमेंट का आभार व्यक्त करते हैं भविष्य में सैन्य रेजीमेंटों के साथ कैडेटों के लिए अधिक कैंप होने चाहिए ताकि ताकतवर सेना को नजदीक से जान सकें।





























